Pandya Store Written Update 6 July 2023 In Hindi

Pandya Store Written Update 6 July 2023 :- में आप सब देखेंगे कि, ऋषिता पंड्या हाउस में घूमती है, वहां के खूबसूरत पलों को याद करती है। उसके साथ रावी बैठी है, आंखों से आंसू बह रहे हैं, जब वह अपनी शादी के बाद पंड्या परिवार में आने की बात याद करती है। प्रेरणा भी उनके पास आती है, अपने आप को दोषी मानती है कि उसकी शादी के बाद ही परिवार टूट गया।

रावी और ऋषिता प्रेरणा को समझती हैं, कहती हैं कि उनका अलग होना उनके बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए है। वो मानती हैं कि अपने बच्चों की खुशी को पहले रखना गलत नहीं है। वो सुमन की हालत पर भी बात करती है, जो अपने चार बेटों में से किसके साथ रहेगी, उसका फैसला करने में उलझी हुई है।

धरा सीन में आती है, प्लेटों में सब्ज़ियां लेकर, उन्हें परिवार के सदसों में बांटती है। वो कहती है कि अब से हर परिवार अलग अलग खाना बनाएगा जब तक घर बेच नहीं जाता, अलग का एहसास बनाए रखने की कोशिश करती है। धारा की आँखों में दर्द दिखता है जब वो ये घोषणा करती है।

जब धारा जाने लगती है, तब ऋषिता उसका हाथ पकड़ती है, प्यार से कहती है कि अलग होना जरूरी है ताकि उनके रिश्ते कड़वे ना हो जाएं। ऋषिता कहती है कि अलग रहने से उनके बीच की लड़ाई और दुश्मनी कम हो जाएगी। लेकिन धारा गुस्से से अपना हाथ छुड़ाती है, ऋषिता की बात से सहमत नहीं होती।

इसी बीच, गौतम भारी दिल से चलता है, अपनी भावनाओं से परेशान। एक अंजान आदमी एक घटिया टिप्पनी करता है, पंड्या भाइयों का मज़ाक उड़ाता है और कहता है कि वो अलग रह कर ही अच्छे हैं। गौतम को गुस्सा आता है और वो उस आदमी को अंधेपन से मारना शुरू करता है, और उसके भाइयों को उसे रोकना पड़ता है।

शिवा गौतम को डांटा है कि वह अपना कंट्रोल कैसे खो सकता है, लेकिन गौतम अपनी परेशानी बायन करता है, कहता है कि वह अब क्या कर रहा है उसे पता नहीं। वो जो सच देख रहा है वो मंजूर नहीं होता। बाकी पंड्या भाई गौतम को दिलासा देते हैं, उसके कंधे पर हाथ रखकर।

Also Read :- Pandya Store Written Update 4 July 2023

जब वो पंड्या स्टोर खोलते हैं, तब उन्हें पुरानी यादों का झटका लगता है, और उनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं जब वो बीती हुई यादों को याद करते हैं।

पंड्या घर पर लौटते हुए, श्वेता बताती है कि उसे एक नौकरी मिल गई है और वो जा रही है। सुमन हमसे पूछती है कि वो कहां जा रही है, परिवार की फ़िक्र होती है। श्वेता ऋषिता से माफ़ी मांगती है जो दर्द उसने उसे दिया और उसे कहती है कि वो एक अच्छा इंसान बने रहे।

जब श्वेता धारा से अलविदा कहती है, तब वो धारा का शुक्रिया अदा करती है उसका प्यार और रहनुमाई का, जो उसे एक बेहतर इंसान बनाता है।

अलविदा के बीच में, चीकू अपना बैग लेकर आता है, अपना फैसला बताता है कि वो अपनी असली मां के साथ रहना चाहता है। धारा चीकू से रुकती है, उसे अपना बहुत प्यार बताती है। लेकिन चीकू उसे याद दिलाता है कि जब उसे सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी तब वो उसे छोड़ गई थी।

सुमन चीकू का दिमाग बदलने की कोशिश करती है, लेकिन वो अपने फैसले पर कायम रहता है। जब चीकू श्वेता के पास खड़ा होता है, धारा का दिल टूटता है, तब ऋषिता उसे रोकने की कोशिश करती है। लेकिन धारा सबको चुप रहने को कहती है।

चीकू को देखकर, धारा बहादुरी से कहती है कि अगर वो चला गया तो उसे कभी भी अपनी मां नहीं कह सकती। एपिसोड दर्द और इरादे के साथ ख़त्म होता है।

अगले एपिसोड में :- धारा परिवार के अपने सपने पूरे करने पर विचार करती है, समझती है कि इसके लिए उन्हें अपने खून के रिश्तों का मोल चुकाया है। सुमन शिव से अपनी नाराजगी जताती है, कहती है कि वो अब उसके साथ नहीं रहना चाहती। परिवार के रिश्तों और बंधनों का इम्तिहान हो रहा है।

Leave a Comment